भगत सिंह के सपनों का भारत
आइये आपको बताते हैं उनके वह कुछ नारे व विचार जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला कर रख दी थी सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है वक्त आने पर बता देंगे तुझे ए आसमां हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में है.. राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान मैं एक ऐसा पागल हूँ जो जेल में भी आजाद है- भगत सिंह जो भी व्यक्ति विकास के लिए खड़ा है उसे हर एक रूढ़िवादी चीज की आलोचना करनी होगी,उसमे अविश्वास करना होगा तथा उसे चुनौती देनी होगी-भगत सिंह जी देशभक्तों को अक्सर लोग पागल कहते हैं हमें पागल ही रहने दो हम पागल ही अच्छे है- भगत सिंह जी क्रांति मानव जाती का एक परिहार्य अधिकार है स्वतंत्रता सभी का एक कभी न खत्म होने वाला जन्म सिद्ध अधिकार है।श्रम का वास्तविक निर्वाहक है- भगत सिंह जिन्दगी तो अपने दम पर ही जी जाती। है,दूसरों के कंधों पर तो जनाजे उठाये जाते हैं- भगत सिंह वे मुझे मार सकते हैं,लेकिन वे मेरे विचारों को नही मार सकते,वे मेरे शरीर