भारत का राष्ट्रपिता एवं स्वतंत्रता सेनानी के महान विचार

महात्मा गांधी जी को भारत का राष्ट्रपिता भी कहा जाता है। देश को स्वतंत्रता दिलवाने में महात्मा गांधी की विशेष भूमिका रही है। गांधी जी के पिता का नाम करमचंद गांधी था जो कि राजकोट के दीवान थे और इनकी माता का नाम पुतलीबाई था। गांधी जी ने स्वतंत्रता के लिए हमेशा सत्य और अहिंसा का मार्ग चुना और कई आंदोलन किए। 30 जनवरी को गांधी जी को नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसलिए हर वर्ष भारत में 30 जनवरी को शहीद दिवस (Martyr's Day) मनाया जाता है।

गांधी जी की मातृ-भाषा गुजराती थी।

गांधी जी ने अल्फ्रेड हाई स्कूल, राजकोट से पढ़ाई की थी।

गांधी जी का जन्मदिन 2 अक्टूबर अंतरराष्ट्रीय अंहिसा दिवस के रूप मे विश्वभर में मनाया जाता है।

वह अपने माता-पिता के सबसे छोटी संतान थे उनके दो भाई और एक बहन थी।

गांधी जी के पिता धार्मिक रूप से हिंदू तथा जाति से मोध बनिया थे।

माधव देसाई, गांधी जी के निजी सचिव थे।

गांधी जी की हत्या बिरला भवन के बगीचे में हुई थी।

गांधी जी और प्रसिध्द लेखक लियो टोलस्टोय के बीच लगातार पत्र व्यवहार होता था।

गांधी जी ने दक्षिण अफ्रीका के सत्याग्रह संघर्ष के दोरान , जोहांसबर्ग से 21 मील दूर एक 1100 एकड़ की छोटी सी कालोनी, टॉलस्टॉय फार्म स्थापित की थी।  

गांधी जी का जन्म शुक्रवार को हुआ था, भारत को स्वतंत्रता शुक्रवार को ही मिली थी तथा गांधी जी की हत्या भी शुक्रवार को ही हुई थी।


स्वतंत्रता सेनानी के महान विचार

जब भी आपका सामना किसी विरोधी से हो, उसे प्रेम से जीतें।


कुछ लोग सफलता के सपने देखते हैं जबकि अन्य व्यक्ति जागते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं।


वास्तविक सोन्दर्य ह्रदय की पवित्रता में है।


व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित एक प्राणी है, वह जो सोचता है वही बन जाता है।


अपने से हो सके, वह काम दूसरे से न कराना।


काम की अधिकता नहीं, अनियमितता आदमी को मार डालती है।


समाज में से धर्म को निकाल फेंकने का प्रयत्न बांझ के पुत्र करने जितना ही निष्फल है और अगर कहीं सफल हो जाय तो समाज का उसमे नाश होता है।


शारीरिक उपवास के साथ-साथ मन का उपवास न हो तो वह दम्भपूर्ण और हानिकारक हो सकता है।


आप नम्र तरीके से दुनिया को हिला सकते है।


मै हिंदी के जरिये प्रांतीय भाषाओं को दबाना नहीं चाहता, किन्तु उनके साथ हिंदी को भी मिला देना चाहता हूं।


अहिंसात्मक युद्ध में अगर थोड़े भी मर मिटने वाले लड़ाके मिलेंगे तो वे करोड़ो की लाज रखेंगे और उनमे प्राण फूकेंगे। अगर यह मेरा स्वप्न है, तो भी यह मेरे लिए मधुर है।


विश्व इतिहास में आजादी के लिए लोकतान्त्रिक संघर्ष हमसे ज्यादा वास्तविक किसी का नहीं रहा है। मैने जिस लोकतंत्र की कल्पना की है, उसकी स्थापना अहिंसा से होगी। उसमे सभी को समान स्वतंत्रता मिलेगी। हर व्यक्ति खुद का मालिक होगा।


अपनी बुद्धिमता को लेकर बेहद निश्चित होना बुद्धिमानी नहीं है। यह याद रखना चाहिए की ताकतवर भी कमजोर हो सकता है और बुद्धिमान से भी बुद्धिमान गलती कर सकता है।


भविष्य में क्या होगा, मै यह नहीं सोचना चाहता। मुझे वर्तमान की चिंता है। ईश्वर ने मुझे आने वाले क्षणों पर कोई नियंत्रण नहीं दिया है।


लम्बे-लम्बे भाषणों से कही अधिक मूल्यवान है इंच भर कदम बढ़ाना


भूल करने में पाप तो है ही, परन्तु उसे छुपाने में उससे भी बड़ा पाप है।


प्रार्थना या भजन जीभ से नहीं ह्रदय से होता है। इसी से गूंगे, तोतले और मूढ भी प्रार्थना कर सकते है।


गुलाब को उपदेश देने की आवश्यकता नहीं होती है। वह तो केवल अपनी ख़ुशी बिखेरता है। उसकी खुशबु ही उसका संदेश है


जीवन की  गति बढाने के अलावा भी इसमें बहुत कुछ है।


जब तक गलती करने की स्वतंत्रता ना हो तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है।


पूर्ण धारणा के साथ बोला गया “नहीं” सिर्फ दूसरों को खुश करने या समस्या से छुटकारा पाने के लिए बोले गए “हाँ” से बेहतर है।


खुद वो बदलाव बनिए जो दुनिया में आप देखना चाहते हैं।


निर्मल अन्तःकरण को जो प्रतीत हो, वही सत्य है।

 

 हम जिसकी पूजा करते हैं, उसी के समान हो जाते हैं।

 

श्रद्धा का अर्थ है आत्मविश्वास और आत्मविश्वास का अर्थ है ईश्वर में विश्वास।

 

 कुछ लोग सफलता के केवल सपने देखते हैं जबकि अन्य व्यक्ति जागते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं।

 

सुख बाहर से मिलने की चीज नहीं, मगर अहंकार छोड़े बगैर इसकी प्राप्ति भी होने वाली नहीं। अन्य से पृथक रखने का प्रयास करें।

 


 

 अहिंसा ही धर्म है, वही जिंदगी का एक रास्ता है।

 

जिस दिन प्रेम की शक्ति, शक्ति के प्रति प्रेम पर हावी हो जाएगी, दुनिया में अमन आ जाएगा।

 

कुछ करने में या तो उसे प्रेम से करें या उसे कभी करें ही नहीं।

 

 दुनिया में ऐसे लोग हैं, जो इतने भूखे हैं कि भगवान उन्हें किसी और रूप में नहीं दिख सकता सिवाय रोटी के रूप में।

 

चिंता से अधिक कुछ और शरीर को इतना बर्बाद नहीं करता और वह जिसे ईश्वर में थोड़ा भी यकीन है उसे किसी भी चीज के बारे में चिंता करने पर शर्मिंदा होना चाहिए।

 

प्रेम दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति है और फिर भी हम जिसकी कल्पना कर सकते हैं उसमें सबसे नम्र है।

 

 स्वयं को जानने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है स्वयं को औरों की सेवा में डुबो देना।

 

आप तब तक यह नहीं समझ पाते कि आपके लिए कौन महत्वपूर्ण है, जब तक आप उन्हें वास्तव में खो नहीं देते।

 

 प्रेम की शक्ति दंड की शक्ति से हजार गुनी प्रभावशाली और स्थायी होती है।

 

जब तक गलती करने की स्वतंत्रता न हो, तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है।

 

प्रार्थना मांगना नहीं है। यह आत्मा की लालसा है। यह हर रोज अपनी कमजोरियों की स्वीकारोक्ति है। प्रार्थना में बिना वचनों के मन लगाना, वचन होते हुए मन न लगाने से बेहतर है।

 

 पाप से घृणा करो, पापी से प्रेम करो।

 

मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन।

 

 जो भी चाहे अपनी अंतरात्मा की आवाज सुन सकता है। वह सबके भीतर है।

 

अपनी गलती को स्वीकारना झाडू लगाने के समान है, जो धरातल की सतह को चमकदार और साफ कर देती है।

 

केवल प्रसन्नता ही एकमात्र इत्र है जिसे आप दूसरों पर छिड़कें तो उसकी कुछ बूंदें अवश्य ही आप पर भी पड़ती हैं।

 

जो समय बचाते हैं, वे धन बचाते हैं और बचाया हुआ धन, कमाए हुए धन के बराबर है।


 

 


महात्मा गाँधी जिन्हें हम प्यार से बापू कहते है, भारत स्वतंत्रता संग्राम के शीर्ष नेताओं में  से प्रमुख थे. बापू सत्य और अहिंसा के वो पुजारी थे जिन्होंने बिना कोई अस्त्र शस्त्र उठाये अंग्रेजों को झुका दिया और देश को आज़ाद कराया जो 200 वर्षो से गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा हुआ था। ।


दे दी हमें आज़ादी बिना खड्ग बिना ढाल ….साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल !


पहले वो आपको अनदेखा करेंगे, उसके बाद आप पर हँसेंगे, फिर वो आप से लड़ेंगे, और तब आप जीत जायेंगे। 


किसी भी व्यक्ति के विचार ही सबकुछ हैं। वह जो सोचता है, वह बन जाता है।


 अगर आप खुद को खोजना चाहते हैं तो सबसे बढ़िया तरीका है, आप दूसरों की सेवा में खुद को खो दो।


 सभी धर्म एक ही शिक्षा देते हैं, बस उनके दृष्टिकोण अलग-अलग हैं।


 इस तरह से जियें जैसे आप कल मरने वाले हैं। इस तरह से सीखें जैसे आप वर्षों जीवित रहने वाले हैं।


 आप अपनी विनम्रता द्वारा पूरी दुनिया को हिला सकते हैं।


कमज़ोर कभी क्षमा नहीं कर सकते, क्षमा तो ताकतवर व्यक्ति की विशेषता है।


कोई भी हमारे आत्म सम्मान के साथ नहीं खेल सकता, जबतक हम इसकी इज़ाज़त न दें।


एक अच्छा इंसान सभी जीवों का मित्र होता है।


किसी देश का विकास और महानता का अनुमान वहां के पशुओं के साथ होने वाले व्यवहार से लगा सकते हैं।


शांति का कोई दूसरा रास्ता नहीं है, केवल शांति है।


 वह सम्भव है की आप सोने को और अधिक चमकीला बना दें, पर कौन हैं जो अपनी माँ को और अधिक सुन्दर बना सकता है।


 एक राष्ट्र की संस्कृति लोगों के दिलों में और आत्मा में बसती है।


मेरा मन मेरा मंदिर हैं ; मैं किसी को भी अपने गंदे पाँव के साथ मेरे मन से नहीं गुजरने दूंगा।


 प्रयास करने में ही संतोष निहित है, प्राप्ति में नहीं। आपका पूर्ण प्रयास ही आपकी पूर्ण विजय है।


 जब तक आप किसी को वास्तव में खो नहीं देते, तब तक आप उसकी अहमियत नहीं समझते।


प्रार्थना करने में शब्दों से जयादा दिल का होना जरूरी हैं। बिना दिल के शब्दों से की गई प्रार्थना निरार्थक हैं। 


आप भी अपने आप में वह परिवर्तन लाएं जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं।


एक सभ्य और और आदर्श  परिवार के समान कोई विद्यालय नहीं है और एक भले अभिभावक जैसा कोई अन्य शिक्षक नहीं है।



 आपका स्वास्थ्य ही आपका वास्तविक धन है, सोने और चाँदी के टुकड़े नहीं।


 एक भूखें के लिए रोटी ही उसका भगवान है।


 हर रात, जब मैं सोने जाता हूँ, मैं मर जाता हूँ। अगली सुबह, जब मैं उठता हूँ, मेरा पुनर्जन्म होता है। 


जहाँ प्यार है, वहीँ जीवन हैं।


 मौन रहना सबसे सशक्त भाषण है। धीरे-धीरे ये दुनिया आपको जरूर सुनेगी।


श्रेष्ठ होने का अनंत प्रयास मनुष्य का कर्तव्य है; यह अपना प्रतिफल है। बाकी सब कुछ भगवान के हाथ में है।


 गरीबी हिंसा का सबसे बुरा रूप है।


 एक स्त्री के लिए उसका चरित्र और पवित्रता ही सबसे बड़ा गहना है।


बुराई को सहना भी उतना ही बुरा है जितना खुद बुराई करना।


गुस्सा और असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन हैं।


 शक्ति शारारिक क्षमता से नहीं आती बल्कि दृढ़ इच्छा शक्ति से आती है।


 ख़ुशी तक मिलती है जब आप जो कहते हैं, और आप जो करते हैं उसमे सामंजस्य होता है।


 हमको मानवता में विश्वास नहीं खोना चाहिए। मानवता एक महासागर के सामान है, यदि सागर की कुछ बूंदें गंदी हैं, तो पूरे महासागर को गंदा नहीं कहा जा सकता।


 प्रार्थना सुबह की कुंजी है और शाम की चटकनी.


भगवान है, भले ही पूरी दुनिया इस बात को इनकार करती हो। सच हमेशा अटल रहता है, यद्यपि कोई जन समर्थन न भी हो।


दुनिया के सभी धर्म, हर मामले में भिन्न हो सकते हैं, पर सभी एकजुट रूप से घोषणा करते हैं कि इस दुनिया में सत्य के अलावा कुछ भी नहीं रहता है।


पैसा कोई बुराई नहीं है, उसका गलत प्रयोग करना बुराई है। किसी न किसी रूप में पैसे की हमेशा जरूरत रहेगी।


आप असत्य को कितना भी बढ़ा चढ़ा कर बोलें, वो सत्य नहीं बन जाता। इसी तरह सत्य भी असत्य नहीं बनता।


 आध्यात्मिक संबंध शारीरिक की तुलना में कहीं अधिक कीमती है। आध्यात्मिक से तलाकशुदा शारीरिक संबंध आत्मा के बिना शरीर है।


मैं हमेशा व्यक्ति के अच्छे गुणों को देखता हूँ। यदि मुझमे कोई दोष नहीं हैं इसका मतलब यह नहीं की मैं दूसरों के दोषों की जांच नहीं करूंगा।


मैंने सेवा और त्याग की भावना के जीवित अवतार के रूप में स्त्री की पूजा की है।


धर्म हृदय का विषय है। कोई भी शारीरिक असुविधा किसी के अपने धर्म को छोड़ने का अधिकार नहीं कर सकती।



मैं दुनिया में घेरने वाली निराशा के बीच अपने प्रकाश को महसूस कर रहा हूं।


 मेरे पास दुनिया को सिखाने के लिए कुछ नया नहीं है। सत्य और अहिंसा पहाड़ियों की तरह पुराने हैं। मैंने जो कुछ भी किया है, वह दोनों में प्रयोगों का प्रयास करने के लिए है जितना कि मैं कर सकता हूं।


 मेरे लिए हर हर वो शासक विदेशी है जो जनता की राय की अवहेलना करता है।


मैं पश्चिमी सभ्यता के बारे में क्या सोचता हूँ? मुझे लगता है कि यह एक बहुत अच्छा विचार होगा।


अपने प्रयोजन में दृढ विश्वास रखने वाला एक सूक्ष्म शरीर भी इतिहास के रुख को बदल सकता है।


दुनिया के सबसे बड़े 7 सत्य  : काम के बिना धन, अंतरात्मा के बिना सुख, मानवता के बिना विज्ञान, चरित्र के बिना ज्ञान,  सिद्धांत के बिना राजनीति, नैतिकता के बिना व्यापार, त्याग के बिना पूजा।


थोडा सा कर्म बहुत सारे उपदेशों से बेहतर है।


जब तक गलती करने की स्वतंत्रता ना हो तब तक स्वतंत्रता का कोई मतलब नहीं है।


 हर उस एक पापी को क्षमा  किया जा सकता है, जो हृदय से पश्चाताप करे।


अपनी गलती को स्वीकार करना झाड़ू लगाने के समान है जो सतह को चमकदार और साफ़ कर देती है।


शांति का अपना ही प्रतिफल है।


अहिंसा की शक्ति से आप पूरी दुनिया को हिला सकते हैं।


चाहें कितने भी अवरोध हों प्यार कभी टूट नहीं सकता।


सज्जनता, आत्म-बलिदान और उदारता किसी एक जाति या धर्म का अनन्य अधिकार नहीं है।


एक आदमी वही होता है जैसा उसके विचार उसे बनाते हैं।


 अभेद्य अंधकार के बीच मेरा विश्वास सबसे उज्ज्वल है।


कोई हमारा स्वाभिमान हमसे नहीं छीन सकता, जब तक हम मर्ज़ी से न दें।


चिंता के आलावा शरीर को बर्बाद करने वाला कुछ भी नहीं है, और जो ईश्वर पर भरोसा करता है उसे चिंता करने में शर्म आनी चाहिए।


सोने से पहले व्यक्ति को अपना गुस्सा भूल जाना चाहिए।


विनम्रता के बिना सेवा स्वार्थ और अहंकार है।


हमारे काम की गुणवत्ता ही भगवान को खुश करेगी मात्रा की नहीं।


 मनुष्य उस हद तक महान बन जाता है, जिसमें वह लोगों के कल्याण के लिए काम करता है।


प्रार्थना में शब्दों के बजाए दिल का होना बेहतर है।


 प्रार्थना करते समय कोई भाषण की आवश्यकता नहीं है। बल्कि इसे अत्यंत विनम्रता के साथ जोड़ा जाना चाहिए।



हर कोई अपने अपने प्रकाश के अनुसार भगवान से प्रार्थना करता है।


निर्धन हो या अमीर भगवान सभी के लिए है। वो हम में से हर एक के लिए होता है।


मैं धर्मों में नहीं बल्कि सभी महान धर्मों के मूल सत्य में विश्वास करता हूं।


सभी धर्म हमे एक ही शिक्षा देते हैं, केवल उनके दृश्टिकोण अलग अलग हैं।


धर्म हृदय का विषय है। कोई भी शारीरिक असुविधा किसी को अपने धर्म को छोड़ने को विवश नहीं कर सकती।


बुरा मत सुनो, बुरा मत देखो, बुरा मत कहो।


सच्ची साधना के लिए केवल मन में भक्ति होने चाहियें, इसके लिए मन और आंखों के कान बंद करने होते हैं। इसलिए प्रार्थना के दौरान आंखें बंद करना इस तरह की एकाग्रता के लिए एक सहायता है।


पाखंड और विकृति धर्म के नाम पर धाराओं को पारित कर रहे हैं।


मैं खुद को हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, यहूदी, बौद्ध और कन्फ्यूशियस मानता हूं।


मैं पूर्व और पश्चिम के मिलन का दिल से स्वागत करूँगा बशर्ते कि यह क्रूर बल पर आधारित न हो।


 एक अन्यायपूर्ण कानून अपने आप में हिंसा की एक प्रजाति है। इसके उल्लंघन के लिए गिरफ्तारी अधिक है।


लोकतंत्र की रक्षा के लिए लोगों में स्वतंत्रता, स्वाभिमान और उनकी एकता की गहरी भावना होनी चाहिए।


जो लोग कहते हैं कि धर्म का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, वे नहीं जानते कि धर्म क्या है।


नागरिकों का आज्ञा का उलंघन करना एक पवित्र कर्तव्य बन जाता है, जब राज्य कानूनविहीन या भ्रष्ट हो जाता है।


 स्वतंत्रता का अर्थ है स्वैच्छिक संयम और अनुशासन, जिसमे कानून के शासन की स्वैच्छिक स्वीकृति हो।


मेरे सपने का स्वराज किसी नस्ल या धार्मिक भेद को नहीं मानता है।


कड़ाई से निष्पक्ष कब्ज का संचालन करना मुश्किल है, लेकिन असंभव नहीं है।


मेरा मानना है कि एक आदमी निहत्थे मरने की हिम्मत के लिए सबसे मजबूत सैनिक है।


हमारी मासूमियत जितनी बड़ी होती है, हमारी ताकत उतनी ही बड़ी होती है और हमारी जीत को मजबूत करती है।


 परिपूर्ण अहिंसा कठिन है। यह कोई कमजोरी स्वीकार नहीं करता।


जो व्यक्ति मन से कमजोर होता है वही हिंसा कर सकता है। 


एक नेता होने का कोई अर्थ नहीं जब वह अपनी अंतरात्मा की आवाज के खिलाफ काम करे।


जो व्यक्ति स्वतंत्रता के बारे में सोचता है, वो किसी अन्य को गुलाम बनाने के बारे में नहीं सोच सकता।


मेरा यह दृढ़ विश्वास है कि जब आप अपने शरीर को वश में कर लेते हैं, तो आत्मा की शक्ति बढ़ जाती है।


मन की संस्कृति हृदय के अधीन होनी चाहिए।


 अभ्यास का एक औंस, उपदेश को मन से कहीं अधिक मूल्य का होता है।


जब तक विनम्रता और सीखने की इच्छा न हो तब तक कोई ज्ञान अर्जित नहीं किया जा सकता।


चरित्र के बिना ज्ञान केवल बुराई को शक्ति देता है। 



नई दुनिया के निर्माण के लिए शिक्षा भी नए प्रकार की होनी चाहिए।



किसी संस्कृति को नष्ट करने के लिए आपको किताबें नहीं जलानी होंगी। बस लोग उन्हें पढ़ना बंद कर दें।


 मानव प्रकृति स्वयं को तभी पाएगी जब उसे पूर्ण रूप से यह पता चले कि मानव होने के लिए उसे जानवर या क्रूर होना बंद करना होगा।


हिंसा मानवीय कमजोरी की एक रियायत है, सत्याग्रह एक दायित्व है


अहिंसा मेरी पुस्तक का पहला लेख हैं और पुस्तक का आखरी लेख भी यही है। 


मैं हिंसा का विरोध करता हूँ क्योंकि जो वो कर रहें हैं वही आप भी।


बुराई के साथ असहयोग उतना ही कर्तव्य परायण है जितना कि अच्छे के साथ सहयोग।


 मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन।

 

प्रार्थना मांगना नहीं है। यह आत्मा की लालसा है। यह हर रोज अपनी कमजोरियों की स्वीकारोक्ति है। प्रार्थना में बिना वचनों के मन लगाना, वचन होते हुए मन न लगाने से बेहतर है।


निर्मल अन्तःकरण को जो प्रतीत हो, वही सत्य है।

 

 चलिए सुबह का पहला काम ये करें कि इस दिन के लिए संकल्प करें कि मैं दुनिया में किसी से नहीं डरूंगा। नहीं, मैं केवल भगवान से डरूं। मैं किसी के प्रति बुरा भाव न रखूं। मैं किसी के अन्याय के समक्ष झुकूं नहीं। मैं असत्य को सत्य से जीतूं और असत्य का विरोध करते हुए मैं सभी कष्टों को सह सकूं।


  भूल करने में पाप तो है ही, परंतु उसे छुपाने में उससे भी बड़ा पाप है।

 

भविष्य में क्या होगा, मैं यह नहीं सोचना चाहता। मुझे वर्तमान की चिंता है। ईश्वर ने मुझे आने वाले क्षणों पर कोई नियंत्रण नहीं दिया है।

 

मैं हिन्दी के जरिए प्रांतीय भाषाओं को दबाना नहीं चाहता, किंतु उनके साथ हिन्दी को भी मिला देना चाहता हूं।

 

अपनी गलती को स्वीकारना झाडू लगाने के समान है, जो धरातल की सतह को चमकदार और साफ कर देती है।

 

केवल प्रसन्नता ही एकमात्र इत्र है जिसे आप दूसरों पर छिड़कें तो उसकी कुछ बूंदें अवश्य ही आप पर भी पड़ती हैं।

 

 जो समय बचाते हैं, वे धन बचाते हैं और बचाया हुआ धन, कमाए हुए धन के बराबर है।

 

व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित एक प्राणी है, वह जो सोचता है वही बन जाता है।

 

काम की अधिकता नहीं, अनियमितता आदमी को मार डालती है।

 

 गुलाब को उपदेश देने की आवश्यकता नहीं होती है। वह तो केवल अपनी खुशी बिखेरता है। उसकी खुशबू ही उसका संदेश है।

 

 हम जिसकी पूजा करते हैं, उसी के समान हो जाते हैं।

 

श्रद्धा का अर्थ है आत्मविश्वास और आत्मविश्वास का अर्थ है ईश्वर में विश्वास।

 

 कुछ लोग सफलता के केवल सपने देखते हैं जबकि अन्य व्यक्ति जागते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं।

 

सुख बाहर से मिलने की चीज नहीं, मगर अहंकार छोड़े बगैर इसकी प्राप्ति भी होने वाली नहीं। अन्य से पृथक रखने का प्रयास करें।

 

आपकी मान्यताएं आपके विचार बन जाते हैं, आपके विचार आपके शब्द बन जाते हैं, आपके शब्द आपके कार्य बन जाते हैं, आपके कार्य आपकी आदत बन जाते हैं, आपकी आदतें आपके मूल्य बन जाते हैं, आपके मूल्य आपकी नियति बन जाती है।

 

अहिंसा ही धर्म है, वही जिंदगी का एक रास्ता है।

 

 जिस दिन प्रेम की शक्ति, शक्ति के प्रति प्रेम पर हावी हो जाएगी, दुनिया में अमन आ जाएगा।

 

कुछ करने में या तो उसे प्रेम से करें या उसे कभी करें ही नहीं।

 

 दुनिया में ऐसे लोग हैं, जो इतने भूखे हैं कि भगवान उन्हें किसी और रूप में नहीं दिख सकता सिवाय रोटी के रूप में।

 

चिंता से अधिक कुछ और शरीर को इतना बर्बाद नहीं करता और वह जिसे ईश्वर में थोड़ा भी यकीन है उसे किसी भी चीज के बारे में चिंता करने पर शर्मिंदा होना चाहिए।

 

प्रेम दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति है और फिर भी हम जिसकी कल्पना कर सकते हैं उसमें सबसे नम्र है।

 

 स्वयं को जानने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है स्वयं को औरों की सेवा में डुबो देना।

 

आप तब तक यह नहीं समझ पाते कि आपके लिए कौन महत्वपूर्ण है, जब तक आप उन्हें वास्तव में खो नहीं देते।

 

 प्रेम की शक्ति दंड की शक्ति से हजार गुनी प्रभावशाली और स्थायी होती है।

 

जब तक गलती करने की स्वतंत्रता न हो, तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है।

 

जो भी चाहे अपनी अंतरात्मा की आवाज सुन सकता है। वह सबके भीतर है।

 

पाप से घृणा करो, पापी से प्रेम करो।


Sarwar Mohd Faisal

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